रविवार, 2 दिसंबर 2018

उमराव जान रेखा

फिल्म इंस्डस्ट्री का एक ऐसा नाम जनिकी जिनकी तारीफ में शायद लफ्जों की कमी पड़ जाए...खूबसूरती की मिसाल...अदाकारी का बेजोड़ नमूना...और हुनरमंद डांसर...हिंदी सिनेमा की सदाबहार अदाकारा भानुरेखा गणेशन की खूबसूरती और बेजोड़ अदाकारी आज भी बरकरार है....निजी जिंदगी हो या पेशेवर जिंदगी, रेखा ने दोनों में ही काफी संघर्ष किया है....10 अक्टूबर, 1954 को मद्रास में जन्मी रेखा के पिता जेमनी गणेशन मशहूर तमिल अभिनेता और मां पुष्पावल्ली तेलुगू अभिनेत्री थीं....बिन ब्याही मां की बेटी रेखा  को अपने पिता से शुरुआत से ही कोई लगाव नहीं था....एक इंटरव्‍यू में रेखा ने कहा था, 'मेरे लिए 'फादर' शब्द का कोई अर्थ नहीं है. मेरे लिए 'फादर' का मतलब चर्च का 'फादर' है.' रेखा ने 1966 में तेलुगू फिल्म 'रंगुला रत्नम' से अभिनय की शुरुआत की थी....फिल्म में उन्होंने बाल कलाकार की भूमिका निभाई थी.... रेखा को फिल्मों में आने में दिलचस्पी नहीं थी, लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति की वजह से उन्हें अभिनय जारी रखना पड़ा....कुछ दक्षिण भारतीय फिल्में करने के बाद रेखा ने मुंबई की ओर रुख किया और हिंदी फिल्मों में काम करना शुरू किया....मुंबई की मायानगरी उनके लिए एकदम नई थी...सांवला रंग और लड़खड़ाती हिंदी के कारण रेखा को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा...1970 में आई फिल्म सावन भादो के साथ रेखा ने फिल्म इंडस्ट्री में शानदार आगाज किया और रातों रात मशहूर हो गईं....इसके बाद रेखा ने कभी मुड़कर नहीं देखा..और उन्होंने एक से बढ़कर एक सुपरहिट फिल्मों में बेहतरीन एक्टिंग की....1981 में 'खूबसूरत', 1989 में 'खून भरी मांग' के लिए भी उन्होंने सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के फिल्म फेयर पुरस्कार से नावाजा गया...2003 में उन्हें 'फिल्म फेयर लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार' और 'सैमसंग दिवा पुरस्कार' के साथ ही 2012 में 'आउटस्टैंडिंग अचीवमेंट इन इंडियन सिनेमा' पुरस्कार से सम्मानित किया गया...हिंदी सिनेमा में अपने पैर जमाए रखने के लिए रेखा ने हिंदी और अपना रंग संवारने पर काफी मेहनत की...जो आज नजर भी आता है...रेखा, शादी और अपने अफेयर्स को लेकर भी सुर्खियों में ....रेखा का नाम लंबे समय तक अभिताभ बच्चन के साथ जुड़ता रहा. ...दोनों की जोड़ी पर्दे पर भी काफी सफल रही...दोनों ने बॉलीवुड को कई हिट फिल्में दी...जिनमे 'ईमान धरम', 'गंगा की सौगंध', 'मुकद्दर का सिकंदर' और 'सुहाग' जैसी फिल्मों में साथ काम किया...यश चोपड़ा की 'सिलसिला' अमिताभ और रेखा की एक साथ आखिरी फिल्म थी...रेखा की अभिनेता विनोद मेहरा के साथ शादी की खबरएं आई लेकिन इस बात को रेखा ने हमेशा खारिज किया.... असफल प्रेम संबंधों के बाद रेखा ने 1990 में दिल्ली के एक बिजनिसमैन मुकेश अग्रवाल से शादी की थी...लेकिन यहां भी किस्मत को कुछ और ही मंजूर था. मुकेश ने शादी के एक साल बाद आत्महत्या कर ली थी...हालांकि उसके बाद भी रेखा का नाम कई एक्टर्स के साथ जुड़ा जिनमें अक्षय कुमार, संजय दत्त जीतेंद्र जैसे नाम भी शामिल हैं.....ये रेखा का ही जादू है कि वो जहां भी जाती है महफिल में रौनक आ जाती है....आज भी रेखा फिल्म इडंस्ट्री के लिए एक फैशन आईकॉन है....एक्टिंग के साथ ही रेखा को बेहतरीनव डांसर के तौर पर भी जाना जाता है...फिल्म  'उमराव जान' में डांस की काफी तारीफ हुई थी....इसी फिल्म के लिए 1982 में उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी मिला था...रेखा के डांस का जलवा देखने को मिली इस साल हुए iifa अवॉर्ड में...जहां रेखा ने 22 साल बाद स्टेज पर परफॉर्म किया...रेखा के डांस और उनकी प्रेजेंस ने सबी को झूमने पर मजबूर कर दिया...आज भी रेखा किसी भी फंग्शन में जाती है तो हर किसी की निगाह उन पर ठहर जाती है...रेखा हिंदी सिनेमा की एक ऐसी शख्सीयत हैं जिन्हें चंद लफ्जों में समेटा नहीं जा सकता...रेखा के जन्मदिन पर हम तो बस यही दुआ करेंगे कि फिल्म इडस्ट्री की इस उमराव जान का जलवा ऐसे ही बरकरार रहे।

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