देश की सबसे मुश्किल परीक्षाओं में से एक
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा को क्रैक करना आसान नहीं होता... इस परीक्षा में ना
केवल उम्मीदवार के ज्ञान और बौद्धिक क्षमता का आकलन होता है, बल्कि उनकी व्यवहारिक और
मनोवैज्ञानिक स्तर पर भी परीक्षा होती है... परीक्षा के इंटरव्यू में यह समझने
की कोशिश की जाती है कि किसी परिस्थिति में उम्मीदवार क्या कदम उठाएगा या वह
कैसे रिएक्ट करेगा... आज हम इस वीडियो में एक ऐसे ही सवाल से आपको रू-ब-रू कराने
जा रहे हैं.. तो दोस्तों जब कभी हम इमोशनल होते हैं या फिर हमें ठंड लगती है या
फिर डर तो कई बार अचानक हमारे रोंगटे खड़े हो जाते हैं… आखिर ऐसा क्यों होता है?..
अंत तक इस वीडियो को देखिएगा क्योंकि रोंगटे खरे होने की वजह से
जुड़ी हर एक पहलु की बात हम इस वीडियो में करने जा रहे हैं... रोंगटे खड़े होना या
गूजबम्प्स का अनुभव तो आप सभी ने अक्सर किया ही होगा.. रोंगटे खड़ा होना बहुत ही
सामान्य स्तिथि है इससे आपको किसी भी प्रकार की कोई समस्या पैदा नहीं होती है..
लेकिन क्या आप जानते हैं कि असल में आपके रोंगटे क्यों खड़े होते हैं? रोंगटे खड़े
होने का वैज्ञानिक कारण स्ट्रेस हॉर्मोन जिसे ऐड्रेनलिन कहते और अवचेतन अवस्था में
रिलीज होने पर ही रोंगटे खड़े होते हैं.. कई बार रोंगटे खड़े होना बेहद सामान्य
प्रक्रिया है ऐसा अक्सर तब होता है जब आपको ठंड या डर लगता होता है.. अब आइए जानते
हैं आपको रोंगटे खड़े होना या गूजबम्प्स का अनुभव किस वक्त और क्यों होता है... कई
बार किसी खास किस्म के गाने सुनते हुए लोगों के रोंगटे खड़े हो जाते हैं, वो असल में
दूसरों लोगों से काफी अलग होते हैं। उनके दिमाग की कई नसें ऑडिटरी कॉर्टेक्स से
जुड़ी होती हैं। इस कारण उनका दिमाग गानों को सुनकर काफी इमोशनल हो जाता है। कई बार
आपको जब डर लगता है तो आपके हाथ-पैर के बाल अचानक खड़े हो जाते हैं या फिर कई बार
तो अतीत में हो चुकी किसी पुरानी घटना को याद करके भी आपके रोंगटे खड़े हो जाते
हैं... ठण्ड लगने से भी हमारे रोंगटे अचानक खड़े हो जाते हैं.. दरअसल ठण्ड में
रोंगटे खड़े होना हमारे शारीरिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है, दरअसल जब आपके
रोंगटे खड़े होते हैं तो आपके शरीर पर मौजूद बाल अचानक खड़ा हो जाता है जो त्वचा
को गर्म रखने का काम करता है.. कभी कभी आप ज्यादा इमोशनल हो जाते हैं तो आपके
रोंगटे खड़े हो जाते हैं.. यह इसलिए होता है कि आपके शरीर में मौजूद स्ट्रेस
हॉर्मोन रिलीज होने पर रोंगटे खड़े हो जाते हैं... जब भी आपको कुछ नया मालूम होता
है, तो आपका ब्रेन उसे तुरंत समझ नहीं पाता.. उस वक्त आप थोड़ा सा विचलित
भी हो जाते हैं, जिसके कारण भी गूजबम्पस निकलते हैं... अब आप नेहा कक्कड़ की यह तस्वीर को देखिए... इंडियन आइडल शो जज करते हुए
किसी कंटेस्टेंट के शानदार गाने पर उनके रोंगटे खड़े हो जाते हैं और वह इसका इजहार
भी करती हैं... रोंगटे खड़े होने को
मेडिकल टर्म्स में पेलॉइरेक्शन, कुटिस एनसेरीना या
होरेपिलेशन कहते हैं… बोलचाल में हम इसके लिए गूसबम्प्स कहते हैं. इस प्रक्रिया
में हमारी त्वचा में जो रोमछिद्र होते हैं, उसके बाल खड़े हो
जाते हैं. बाल न हों तो स्किन ऊपर उठ जाते हैं. कई बार शारीरिक मेहनत या रोजमर्रा
की गतिविधियों जैसे शौच के समय भी गूजबम्प्स हो जाता है… कई बार तो बिना कारण ही
गूसबम्प्स आ जाते हैं... तो साथियां कैसा लगा आपको ये वीडियो.. कॉमेंट बॉक्स में
अपनी प्रतिक्रिया लिखना मत भूलिएगा... और साथ अपने दोस्तों के बीच भी ये वीडियो
जरूर शेयर किजीएगा ताकी उन्हें भी पता चले कि आखिर इंसान के रोंगटे खड़े क्यों और
कैसे होता है...
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