बुधवार, 19 जनवरी 2022

नारियल के अंदर पानी कहां से आता है


दोस्तों क्या आपने कभी ये सोचा है कि नारियल के अंदर पानी कहां से आता है, कई बार इन्टरव्यू के दौरान ऐसे सवाल पूछे जाते हैं जिनका जवाब आपके पास नहीं होता... अक्सर ऐसे सवालों को कैडिट्स टाल देते हैं... कुछ कैडिट्स मन ही मन सोचते होंगे की क्या फालतू का सवाल पूछा जा रहा है... लेकिन आप यह जान कर हैरान हो जाएंगे की यह सवाल फालतू नहीं है... बेहतर होगा आप अध्ययन करें और जवाब की तलाश करें... चलिए तो आज मैं आपको बताते हैं कि आखिर नारियल के अंदर पानी कहां से आता है.. असल मैं नारियल मैं जो पानी होता है वो पोधे का एण्डोस्पर्म वाला भाग होता है.. और वनस्पति विज्ञान में एण्डोस्पर्म के तीन प्रकार होते हैं... पहला न्यूक्लियर दुसरा सेलुलर और तीसरा हीलोबियल.... कच्चे नारियल में न्यूक्लियर एण्डोस्पर्म पाए जाते हैं.. जो रंगहीन तरल के रूप मैं होता है और उसमें अनेको न्यूक्लि तैरते रहते है.. नारियल के फल मैं यह तरल पदार्थ यानी की न्यूक्लियर एण्डोस्पर्म पूरी तरह भरा रहता है, और इसी से फल का विकास होता है... बाद की अवस्था मैं, कई न्यूक्लियस सेल्ज़ के साथ मिल कर किनारों पर जमते चले जाते है, जो कुछ समय बाद सफ़ेद मोटी परत के रूप मैं बन जाते है। जो अंत मैं नारियल गिरी बन जाती है.... आम बोल चाल की भाषा में बात करें तो नारियल के बनने और बढ़ने की प्रक्रिया तभी शुरू होती है जो उसके अंदर तरल पदार्थ एकत्रित होना शुरू होता है... जैसे-जैसे तरल पदार्थ की मात्रा बढ़ती जाती है वैसे-वैसे नारियल का आकार भी बढ़ता जाता है... कुछ समय बाद नारियल पानी के अंदर मौजूद प्राकृतिक तत्व नारियल के अंदर चारों तरफ दीवार यानी सतह से चिपकना शुरू कर देते हैं और धीरे-धीरे उनका एक आकार बन जाता है। इसी को हम नारियल की मलाई या नारियल की गिरी कहते हैं... नारियल में न्यूक्लियर एण्डोस्पर्म की उपस्थिति के कारण यह बहुत ही पोषक होता है और इसमें दूध से कहीं अधिक प्रोटीन की मात्रा होती है... प्रोटीन के अलावा नारियल पानी में सबसे अधिक मात्रा होती है पोटेशियम और मेग्निसियम की.. नारियल का सनातन धर्म में पूजन कार्य में विशेष महत्व है... हवन में नारियल चढ़ाया जाता है.. प्रसाद के रूप में नारियल को बांटा जाता है... मान्यता है कि विष्णु भगवान अपने साथ माता लक्ष्मी, कामधेनु और नारियल को संसार में लेकर आए थे... उम्मीद करता हूं आपको ये जानकारी जरूर रोचक लगी होगी.. अगर आप आगे भी एसी साइंटिफिक फैक्ट्स के बारे में जानने चाहते हैं तो हमें सब्सक्राइव कजिए और कॉमेंट बॉक्स में अपनी राय जरूर लिखीए...

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